कापसी से श्रीदाम ढाली की रिपोर्ट, 07,03,2024
गरीब किसान हुआ ठगी का शिकार, असली बीज के पैकेट में नकली मक्का बीज, किसान सुकालू राम गावड़े को दिया।
कापसी/ नकली बीज का कारोबार करने वाले धंधेबाज ने भोलेभाले किसान को ठगा,असली बीज के पैकेट में नकली मक्का बीज किसान सुकालू राम गावड़े को उपलब्ध कराया। जिसके कारण हांकेर निवास सुकालू गावड़े की मक्का फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। किसान सुकालू राम गावड़े ने बताया कि हर साल की भांति इस वर्ष भी मेरे द्वारा आशा कृषि केंद्र (पीवी 27) सदा के दुकान में मक्का बीज खरीदने गया उसकी समझाइस में तीन पैकेट त्रिमूर्ति कंपनी का मकक बीज दिया उसी समय दुकान में त्रिमूर्ति कंपनी का एरिया सेल्समैन विशो भी वही था, कहा की आपकी जमीन में यह मक्का बहुत अच्छा होगा, किसान के द्वारा विस्वास कर कंपनि के तीन पैकेट त्रिमूर्ति (826) मक्का लिया। किंतु दुकानदार ने बिल नही दिया। मक्का की फसल पूरी तरह बर्बाद होने के बाद किसान बार-बार दुकानदार के पास जाकर निवेदन कर रहा है कि मुझे मुआवजा दिलाए कंपनी के तरफ से. उसके बाद विश्व सेल्समैन कंपनी के अधिकारी को दुकानदार के साथ किसान के घर ले गया और कहा आपको मुआवजा मिलेगा कंपनी का मुआवजा डायरेक्ट नहीं मिलता है प्रक्रिया है प्रक्रिया के तहत मिलेगा अभी जो हुआ हुआ धान के समय 8 पैकेट धान का बीज आप ले लेना बाकी मामले को रफा दफा करो. अब दुकानदार फसता देख बीज बेचने से इनकार कर रहा है। किसान ने बताया कि अन्य कंपनि का मक्का फसल ठीक है। लेकिन त्रिमूर्ति कंपनी का मक्का बीज नकली और घटिया निकला। किसान ने बताया कि मैंने कर्ज लेकर मक्का की फसल लगाया कि फसल अच्छी पैदावार होगी। तो कर्ज चुका दूंगा और कुछ मुनाफा भी हो जाएगा ठीक इसके विपरीत फसल बर्बाद हो गया और मैं कर्जदार हो गया अब कर्ज चुकाना मेरे लिए संभव नहीं है मेरे सामने कर्ज चुकाने के लिए कोई रास्ता नहीं बचा है मैं कलेक्टर ऑफिस जाकर इसका शिकायत करूंगा।
यह पहली बार नही है जब परलकोट के किसान को धोखा हुआ है,इसके पहले भी परलकोट के किसान बीज खरीददारी के मामले में ठगी का शिकार हो चुके है,उस समय भी खबर प्रकाशित कर किसानों के द्वारा धरना प्रदर्शन कर रोष प्रकट किया गया था.परंतु सरकारी हुक्मरानों के द्वारा नकली बीज बेचने वालों पर ठोस कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया.लेकिन वक्त के साथ साथ ठगी का मामला दफन होकर रह गया,अब एक बार फिर गोंडाहुर क्षेत्र हांकेर का किसान ठगी का शिकार हुए है, देखना होगा कि किसान की हितैषी कहने वाली सरकार नकली बीज बेचने वाले पर कार्रवाई कर किसान को हुआ नुकसान का मुआवजा दिला पाती है कि नही। इस संबंध में आशा कृषि केंद्र के प्रोपराइटर से पूछने पर बताया मामला रफा दफा हो गया है लेकिन मैं पक्का रसीद नहीं दिया हूं किसी प्रकार की कानूनी प्रक्रिया सामने आती है तो मैं जरूर कहूंगा कि मैं बीज नहीं बेचा हूं
कंपनी के सेल्समैन से पूछने पर बतलाया पूरे परलकोट में 70 /80 दुकानदारों ने यह बीज बेचा है। पिछले सीजन में लगभग 20 टन बीज की खपत हुया है कहीं से शिकायत नहीं है सिर्फ इनका ही शिकायत है हमने धान बीज देने का वादा किया था किसान मान भी गया था पता नहीं क्यों मामले को फिर से आगे बढ़ा रहा है