एक राजनीतिक दल विशेष के खिलाफ आंदोलन का साहू समाज से कोई लेना देना नहीं…. देश के सबसे बड़े राजनीतिक दल के खिलाफ समाज का आंदोलन एक साजिश – जाकेश साहू
रिपोर्ट – मुकेश मंडावी
राजनांदगांव/छुरिया – पंडरिया सम्मेलन में एक राजनीतिक दल विशेष के नेताओं द्वारा साहू समाज के लोगो को गाली गलौच और समाज द्वारा इस मुद्दे पर आंदोलन के मामले में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सक्रिय समाजसेवी एवं आजीवन जिला सदस्य, जिला साहू संघ राजनांदगांव, जाकेश साहू ने इसे कुछ राजनीतिक लोगों की सोची समझी साजिश करार दिया है।
समाजसेवी जाकेश साहू ने आगे कहा कि देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय राजनीतिक दल से वर्तमान में करोड़ो लोग जुड़े हुए है। देश के लगभग लगभग सभी राज्यों में लाखो करोड़ो लोग इस पार्टी से जुड़े हुए है। पंडरिया में जब संबंधित पार्टी का सम्मेलन हुआ तब वहां पार्टी से जुड़े सैकड़ों लोग मौजूद थे। चूंकि किसी मुद्दे को लेकर विवाद हुआ और दल विशेष से जुड़े कुछ लोगो ने साहू समाज के लोगो को गाली गलौच की।
उक्त घटनाक्रम के बाद दोनो पक्षों के बीच बातचीत करके अथवा जिस पक्ष का गलती हो उससे माफी मंगवाकर अथवा दोनो पक्षों में आपसी सुलह करवाकर पूरे प्रकरण का शांतिपूर्वक निराकारण वहीं पर किया जा सकता था।
परंतु संबंधित मामले का निराकरण अथवा समाधान न करके कुछ राजनीतिक लोगो के द्वारा अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा एवं पार्टीगत स्वार्थ की पूर्ति हेतु एक सोची समझी साजिश रची गई और साहू समाज से जुड़े कुछ लोगो को भड़काकर कई जगहों पर आंदोलन और जक्काजाम करवाया गया।
जो पूर्णत: अनुचित एवं गलत है। उक्त आंदोलन का साहू समाज से कोई लेना देना नहीं है। जाकेश साहू ने प्रदेश के समस्त साहू बधुओ से विनम्र अपील की है कि उक्त आंदोलन में समाज का कोई भी व्यक्ति सम्मिलित न हो।
चूंकि पूरे देशभर में अभी आम चुनाव का ऐलान हो चुका है। आचार संहिता लग चुकी है और सभी राजनीतिक दलों का प्रचार प्रसार चालू हो चुका है। ऐसे में एक बड़े राष्ट्रीय राजनीतिक दल के खिलाफ सोंची समझी साजिश के तहत साहू समाज के लोगो को भड़काकर उनसे आंदोलन करवाकर कुछ लोग अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति का असफल कोशिश कर रहे है। जिससे कि एक बड़े राष्ट्रीय राजनीतिक दल के खिलाफ प्रदेश और देश में माहौल तैयार कर आगामी चुनाव में अन्य राजनीतिक दलों को लाभ दिलाया जा सके।
समाजसेवी एवं साहू समाज के सक्रिय सदस्य जाकेश साहू ने आगे कहा है उक्त पूरे मामले का शासन स्तर पर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए तथा जो भी व्यक्ति इस मामले में दोषी है उन पर ठोस कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।